करैरा जिला बनाओ संघर्ष समिति ने मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल के नाम सौपा ज्ञापन

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नही मिले अधिकारी अभिभाषक संघ एवं करैरा जिला बनाओ समिति के अध्यक्ष ने जताई नाराजगी

करैरा। करैरा जिला बनाने हेतु करैरा जिला बनाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष महेन्द्र सिंह सिकरवार के साथ सभी अभिभाषकगणों एवं क्षेत्रीय नेताओं ने आज प्रदेश के मुख्यमंत्री व राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। समिति पदाधिकारियों का आरोप है कि जब वह ज्ञापन देने तहसील पहुचे तो वहां SDM, तहसीलदार व नायब तहसीलदार कोई नही था। बाद में फोन लगाने नायव तहसीलदार अशोक श्रीवास्तव वहां पहुचे जिन्हें ज्ञापन सौंपा।

करैरा जिला क्यों बनना चाहिए- शिवपुरी जिले की सबसे बडी तहसील करैरा है जनसंख्या एवं आवागमन की दृष्टि से, करैरा जनसंख्या 60,000 से अधिक, शासकीय भूमि 200 बीघा से अधिक होने, राष्ट्रीय राजमार्ग एवं आईटीवीपी केन्द्र की सुरक्षा की दृष्टि से वर्ष 2026 में विधान सभा एवं लोकसभा का परिसीमन होना है तो विधान सभा क्षेत्र करैरा से नरवर विधान सभा प्रथक से बन जायेगी तथा पूर्व में नरवर तहसील के गावं नरवर में वापिस करें तथा पोहरी विधान में नरवर तहसील के गांव को वापिस करैरा विधान सभा में लिए जावे इस कारण से करैरा को जिला मुख्यालय बनाया जावे। ज्ञापन सौपने उपस्थित अभिभाषकगण एड.नबावसिंह बैसले, एड. ब्रजेश शर्मा नोटरी, राकेश दाडी, एड. बीके गुप्ता नोटरी, एड.महेन्द्र सिंह बघेल युवा जिला अध्यक्ष अ. भा. पाल महासभा, एड. क्रष्ण्कांत, एड.अशोक जैन, एड.हरीनिवास गुप्ता, आदर्ष भार्गव, मानसिंह फौजी, अनिल राय नशा मुक्ति अभियान, रविन्द्र लोधी, लालसिंह तोमर, अमित भार्गव,रघुवर कुशवाह, अनिल गुर्जर, जसमन पाल, कल्ला पाल, एड.ब्रजमोहन गुप्तां, एड प्रशांत त्रिपाठी, निहाल लोधी, के.के. तिवारी, प्रमोद सक्सेना, आदि उपस्थित रहे।

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