ग्वालियर। स्वर्णरेखा नदी के जीर्णोद्धार को लेकर लगी याचिका में कोर्ट के निर्देश के बाद शनिवार को महाराणा प्रताप नगर के समीप बहने वाले नाले के पानी का सैंपल लिया गया। लेकिन इसमें याचिकाकर्ता विश्वजीत रतौनिया को नहीं बुलाया गया। इस पर उन्होंने सोमवार को कोर्ट में अपनी आपत्ति दर्ज कराने की बात कही है। उनका कहना है कि स्वर्ण रेखा नदी के जीर्णोद्धार को लेकर उन्होंने याचिका लगाई थी ।हाईकोर्ट ने पिछली सुनवाई के दौरान याचिका कर्ता के साथ नगर निगम के अधिकारियों को पानी के सैंपल लेकर उसकी जांच कराने को कहा था। लेकिन शनिवार को जो सैंपलिंग की गई है वह याचिकाकर्ता की गैर मौजूदगी में की गई है। विश्वजीत रतौनिया का कहना है कि स्वर्णरेखा नाले में अलग-अलग नालों का पानी आकर मिलता है ।इसे सेपरेट करने की बात कही गई है ।समय-समय पर अधिकारी मानते रहे हैं कि स्वर्णरेखा में सीवर का गंदा पानी नहीं आने दिया जाएगा। इसके लिए सेपरेट लाइन बिछाई जाएगी। लेकिन इस पर अमल होता नहीं दिख रहा है ।गौरतलब है कि अब इस मामले पर सोमवार को सुनवाई होनी है।
