करैरा।आमोलपठा कस्बे में चल रही है संगीतमय श्रीमद भागवत कथा। मुख्य यजमान निर्मल कुमार (बल्लू ) झा एवं कथा के आयोजक मोहन लाल झा के द्वारा कराई जा रही है। यह संगीतमय श्रीमद भागवत कथा राधा कृष्ण मंदिर किटर्रे बाले पर जारी बनी हुई है।
भागवत कथा में भागवत प्रेमियों का इजाफा लग रहा कथा व्यास पं श्री ब्रजभूषण पाराशर डबरा पिछोर बाले जी मूल पाठ करते आचार्य पं श्री सतेन्द्र शास्त्री जी। वहीं कथा स्थल पर हरियाणा से आई साध्वी देबी जो पांच बर्ष से आमोलपठा में रामगढी पर नव निर्माण कर माॅ दुर्गा मंदिर की
स्थापना कर माता रानी की साधना करने बाली श्री श्री साध्वी देबी जी ने समय दिया। और कथा आयोजक की महिलाओं के द्वारा उनका फूल माला से भव्य स्वागत किया गया। एवं उनकी आरती की गई। वही श्री भागवत कथा के छठबे दिवस की कथा का वर्णन करते हुए शास्त्री जी ने बताया सत्य प्रेम करुणा राम सत्य के अवतार हैं।
कृष्ण प्रेम के अवतार हैं शिव करुणा के अवतार हैं काली का प्रसंग सुनाते हुए ह्रदय में दयरूपी काम रूपी काली नाग रहता है।
कदम का मतलब है। मनुष्य के कान कान रूपी कदम से भगवान हृदय रूपी दय मैं कूदेंगे तो काम रूपी काली नाग निकल जाएगा रमणकदीप मैं चले जाएगा श्री कृष्ण की बाल लीला, गोवर्धन, पूजन आदि कथाओं का श्रवण श्रोताओं को महाराज जी ने कराया।