करैरा। विकास खंड नरवर के महिला एवं बालविकास विभाग की सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करने वाले युवक का आरोप है कि उस पर शिकायत बंद कराने के लिए प्रेशर बनाया जा रहा है व झूठे मामले दर्ज कराने के लिए करैरा थाने में महिलाओं के आवेदन भेजे गए है। इससे खिन्न होकर युवक ने स्थानीय मीडिया प्रतिनिधियों व अन्य लोगो के साथ एसडीएम को ज्ञापन दिया है।
जानकारी के अनुसार सौरभ भार्गव ने बताया कि नरवर ब्लॉक के गांवों में महिला एवं बालविकास विभाग द्वारा संचालित आंगनबाड़ी केंद्र नही खुलने, बच्चों को नाश्ता नही मिलने, रंगाई पुताई के लिये आई राशी खुर्दबुर्द करने व विभाग में काफी लंबे समय से एक बाबू पदस्थ होने के कारण इनके संरक्षण में यह भ्रष्टाचार होने की
शिकायत सीएम हेल्पलाइन 181 पर दर्ज कराई थी। जिसके एवज में इनके द्वारा हमको डराने की मंशा से हमारे खिलाफ ग्राम झंडा की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ से पुलिस को शिकायती आवेदन भिजवाया गया है। इसके अलावा हमें व अन्य मीडिया प्रतिनिधियों को मानहानि का दावा करने का नोटिस हमको महिला बालविकास में पदस्थ बाबू अजय तिवारी ने भिजवाया है।
एसडीएम को मुख्यमंत्री, आयुक्त महिला एवं बालविकास, संभागीय आयुक्त ग्वालियर, कलेक्टर शिवपुरी, पुलिस अधीक्षक शिवपुरी सहित थाना प्रभारी करैरा के नाम ज्ञापन सौंपा है जिसमे बताया गया है कि 15 दिन में शिकायत बंद कराने का दबाब बनाया जा रहा है।
पत्रकार संघ करैरा के असलम खान, हिर्देश पाठक, प्रमोद जैन,आदर्श भार्गव, कौशल भार्गव, सौरभ भार्गव, देवेंद्र परमार, राजकपूर लोधी, रजउ परमार, दुर्गसिंह लोधी, हरि साहू, हेमंत भार्गव, महेश मिश्रा आदि सदस्यों ने उक्त मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग एसडीएम करैरा दिनेशचंद्र शुक्ला से की है।
इनका कहना है
मुझे कल कुछ पत्रकारों ने मिलकर ज्ञापन दिया है,cm हेल्पलाइन मामले को लेकर, जिसकी जांच मैं स्वयं करूंगा रही मानहानि के नोटिस की बात तो यह व्यक्तिगत मामला है -दिनेशचंद शुक्ला SDM करैरा
सीएम हेल्पलाइन पर जी जबाब भेजा गया था उसको लेकर मुझे मानहानि का नोटिस शिकायतकर्ता ने दिया था,बाद में हमने मानहानि का नोटिस भेजा है, मेरा कहना कि जो जबाब दिया गया है उस प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए, रही कार्यकर्ताओ द्वारा शिकायत की बात तो कार्यकर्ताओ ने परियोजना अधिकारी को आवेदन दिए थे वह उन्होंने पुलिस को भेजे है -अजय तिवारी महिला बाल विकास नरवर