करेरा।अनुविभाग करेरा के विकासखंड नरवर के ग्राम पंचायत खड़ीचा में पदस्थ शिक्षक उदय नारायण शर्मा पुत्र कालीचरण शर्मा हाल निवासी महुअर कॉलोनी करेरा के खाते से 1 अप्रैल से 15 अप्रैल तक 13 लाख रुपए निकाल लिए। शिक्षक की रिपोर्ट पर पुलिस थाना करेरा में भादवि की धारा 420 के तहत अपराध अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ पंजीबद्ध कर लिया है।
फरियादी उदय नारायण शर्मा ने बताया कि मैंने स्टेट बैंक शाखा गांधी रोड करेरा से आठ लाख रु का बिटिया की शादी के लिए लोन लिया था, तभी से एक व्यक्ति द्वारा फोन आने लगा और उसने कहा कि आपका एटीएम बंद होने वाला है मैं आपका यूनो चालू करवा दूं उसके ट्रू कॉलर पर राजीव सर एसबीआई लिखकर आ रहा था, तभी से यह फ्रॉड शुरू हो गया।
अचानक मेरी आइडिया कंपनी की सिम जो बैंक में लिंक थी वह भी बंद हो गई। जब मैंने आइडिया कंपनी की सिम निकलवाने के लिए करेरा स्थित फ्रेंचाइजी आइडिया ऑफिस पर गया तो उन्होंने भी टालमटोल करके मेरी सिम नहीं निकाली और मुझे जब पैसे की जरूरत पड़ी मैं 15 अप्रैल को किओस्क बैंक में जाकर अपना पैसा निकालने गया तब पता चला कि मेरे खाते से तेरह लाख उड़ चुके है। तब मैंने आइडिया कंपनी को फोन लगाकर पूछा तो उन्होंने कहा कि आपकी सिम जिओ में पोर्ट हो गई है।
आइडिया के कस्टमर केयर पर भी फोन लगाए उन्होंने भी मेरी सिम निकलवाने का कोई प्रयास नहीं किया,ना ही कोई संतोष पूर्ण उत्तर दिया। अब यह बात समझ से परे है कि आइडिया की सिम बंद होना, आइडिया की सिम जिओ में पोर्ट होना, बिना मेरे हस्ताक्षर व फोटो अंगूठा के कैसे हो गया। शिक्षक ने जिला पुलिस अधीक्षक को भी अपनी शिकायत 16 अप्रैल को की है। बताया की मेरे घर पर भी अज्ञात लोगों ने रेकी की है और घर पर भी एटीएम को लेकर संपर्क किया व कई बार फोन भी किया, परंतु अपराधी पुलिस से अभी दूर बने हुए हैं। शिक्षक के साथ हुई धोखाधड़ी को लेकर उनके परिजनो में दुख प्राप्त है। उल्लेखनीय है कि शिक्षक की बेटी की शादी अगले माह में होना है उसी के लिए उन्होंने लोन लिया था। शिक्षक ने बताया कि इसका सबसे बड़ा अपराधी आइडिया कंपनी होना चाहिए जिसने मेरी सिम बिना मेरी मर्जी के बंद करा दी इसके बाद बैंक प्रबंधन भी कहीं ना कहीं दोषी है। जिसने लोन लेते ही मेरे पास लोग सक्रिय हो गए,कहीं ना कहीं बैंकों से अपराधियों के तार भी जुड़े होने के संकेत बता रहे हैं। अपराधियों के तार बैंक के अलावा आइडिया कंपनी से भी जुड़े होने का शक है।क्योंकि कंपनी ने मेरी सिम 15 दिन तक नहीं दी। 15 दिन मेरी सिम बंद होना और जिओ में पोर्ट होना उनकी संलिप्तता उजागर करती है। क्योंकि 1 अप्रैल को जैसे ही मेरी सिम बंद हुई उनको दूसरी सिम तत्काल देना चाहिए परंतु उन्होंने 15 दिन तक मेरी दूसरी सिम नहीं दी एवं गुमराह करते रहे। शिक्षक संगठन करेरा और नरवर ने भी मीटिंग करके ज्ञापन देने का मन बना लिया है।उन्होंने कहा है कि हम शीघ्र पुलिस अधीक्षक और संबंधित थाना प्रभारी को ज्ञापन देंगे।
इनका कहना है
मेरी कोई गलती नही है,फिर भी मेरे साथ 13 लाख की ठगी हो गई, इसमें बैंक ब आइडिया कंपनी की बड़ी लापरवाही भी लग रही है -उदय नारायण शर्मा
फरियादी