करैरा। विकास खंड करेरा के शहरी क्षेत्र में चयनित आशाओं के मापदंड में नियमो का पालन न करने पर वर्ष 2019 में चयनित की गई 4 आशा कार्यकर्ताओं को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी शिवपुरी द्वारा पद से पृथक करने की कार्रवाई की है। इसके साथ ही चार आशा कार्यकर्ताओं के विरुद्ध बरिष्ठ कार्यालय से मार्गदर्शन मांगा गया है। यदि वह आशा कार्यकर्ताओं के विपरीत रहा तो उन्हें भी पद से पृथक करने की कार्यवाही की जावेगी।
शिशु मृत्यु दर और मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिए आशा कार्यकर्ताओं का चयन स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूर्व निर्धारित और राज्य स्तर से निर्देशित प्रक्रिया के अनुसार किया जाना था। इस प्रक्रिया के तहत शहरी क्षेत्र के स्लम एरिया में आशा कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की जानी थी। इसके लिए बस्तियों में निवास करने वाली आवादी को मापदण्ड पैरामीटर बनाया गया था, लेकिन करैरा विकासखण्ड में आशाओं के चयन प्रक्रिया के दौरान उक्त पैरामीटर पर फोकस न करते हुए आशाओ का चयन कर लिया गया।
जिस पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पवन जैन ने एक जांच समिति गठित कर वर्ष 2019 में आशा कार्यकर्ताओं की चयन प्रक्रिया की जांच कराई तो जांच समिति ने 4 आशा कार्यकर्ताओं रीना भार्गव वार्ड क्र 9, बर्षा त्रिपाठी वार्ड क्र 7, आरती साहू वार्ड क्र 4, रजनी मंडोलिया वार्ड क्र 6 को पद से पृथक करने तथा 4 आशा कार्यकर्ताओं भारती झा वार्ड क्र 1, संगीता सेन वार्ड क्र 14, कामनी सोनी वार्ड क्र 2, रितू भार्गव वार्ड क्र 3 के संबंध में बरिष्ठ कार्यालय से मार्गदर्शन प्राप्त करने की अनुशंसा की है। जब तक इन आशाओं पर बरिष्ठ कार्यालय को ठोस टिप्पणी करता है तब तक यह आशा कार्यकर्ता काम नही कर सकेंगीं न ही कार्य के बदले दिया जाने वाला प्रोत्साहन दिया जाएगा।