करैरा। करैरा के किसानों ने डीएपी खाद की कमी को लेकर मंगलवार को नेशनल हाईवे 27 को जाम कर दिया। किसानों का आरोप है कि बाजार में खाद की भारी किल्लत और जमाखोरी ने उनकी परेशानियों को कई गुना बढ़ा दिया है। खाद न मिलने के कारण उनकी फसलों पर गंभीर
संकट आ खड़ा हुआ है, जिसके चलते किसान मजबूर होकर सड़क पर उतर आए हैं। किसानों की मांग है कि उन्हें शीघ्रता से खाद उपलब्ध कराई जाए ताकि उनकी फसलें बच सकें और काला बाजारी पर सख्त कार्रवाई हो।
किसानों का कहना है कि करैरा में खाद लेने के लिए उन्हें पहले टोकन लेना पड़ता है। इसके लिए उन्हें कॉलेज ग्राउंड में सुबह से ही लंबी कतारों में खड़े रहना पड़ता है, जहां कई घंटों तक धूप में खड़े होकर इंतजार करना पड़ता है। टोकन मिलने
के बाद किसानों को करीब एक किलोमीटर दूर मार्केटिंग गोदाम और कॉलेज गोदाम तक जाना पड़ता है, जहां उन्हें फिर से लंबी लाइन में खड़ा होना पड़ता है। इसके बावजूद, खाद मिलना भी निश्चित नहीं होता, जिससे किसानों में भारी आक्रोश है।
किसानों का आरोप है कि बाजार में खाद की जमकर काला बाजारी चल रही है। कुछ दुकानदार खाद की कमी का फायदा उठाकर अधिक दामों में बेच रहे हैं, जिससे किसानों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस समय फसल के विकास के लिए यूरिया और डीएपी की सख्त जरूरत होती है, परंतु उचित मूल्य पर खाद न मिलने से फसलें सूखने की कगार पर हैं।
किसानों का कहना है कि उन्होंने कई बार स्थानीय प्रशासन से इस समस्या को लेकर गुहार लगाई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। करैरा के ग्रामीण किसानो ने कहा, “सरकार को किसानों की समस्या का गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए। अगर खाद समय पर नहीं मिला, तो हमारी फसलें बर्बाद हो जाएंगी।” किसानों का कहना है कि प्रशासन केवल आश्वासन दे रहा है लेकिन कार्रवाई शून्य है।
जाम के दौरान मौके पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे और किसानों को समझाने का प्रयास किया। अधिकारियों ने किसानों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का समाधान जल्द किया जाएगा। काफी मशक्कत के बाद करीब दो घंटे बाद जाम समाप्त हुआ और यातायात बहाल हो सका।