बंगाली डॉक्टर की ठगी का शिकार हुआ बुजुर्ग, 7 लाख की ठगी

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नगर के अन्य कई नामचीन भी हुए शिकार,रातोरात भागा बंगाली डॉक्टर

करेरा। क्षेत्र में एक बड़ा धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें खुद को बंगाली डॉक्टर बताने वाले बबलू गुचैट पर स्थानीय बुजुर्ग सहित कई लोगों से लाखों रुपये ठगने का आरोप है। करैरा थाना प्रभारी (टीआई) विनोद छावई ने

मामले की जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी डॉक्टर बबलू गुचैट अपने परिवार के साथ फरार है और पुलिस ने उस पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आरोपी को जल्द ही पुलिस गिरफ्त में लाया जाएगा।

ठगी का शिकार हुए बुजुर्ग की कहानी

प्रकरण में 62 वर्षीय सुरेश चन्द्र जाटव ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि जनवरी 2024 से वह अपने बच्चों के इलाज के लिए आरोपी डॉक्टर के पास क्लीनिक पर जाते थे, जो टीला रोड पर नगरिया मेडिकल के मकान में स्थित था। इसी

दौरान उनकी डॉक्टर से जान-पहचान हुई और आरोपी ने उन्हें विश्वास में लेकर लैब खोलने का प्रस्ताव रखा। डॉक्टर ने कहा कि उनकी दुकान में एक मेडिकल लैब खोलने का काम किया जा सकता है, जिसमें करीब 16 लाख रुपये का खर्च

आएगा। सुरेश चन्द्र ने डॉक्टर के इस प्रस्ताव पर सहमति जताई और पार्टनरशिप में लैब खोलने के लिए डॉक्टर को पैसे देने शुरू कर दिए। 26 फरवरी 2024 से 27 अक्टूबर 2024 तक सुरेश चन्द्र ने फोनपे के माध्यम से डॉक्टर को लगभग 7 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए।

फरार हुआ डॉक्टर, बंद मिला मोबाइल

शिकायत के अनुसार, 31 अक्टूबर 2024 को सुरेश चन्द्र को अचानक जानकारी मिली कि डॉक्टर बबलू गुचैट अपने परिवार सहित कहीं चला गया है। उसने न केवल करैरा में अपना मकान खाली कर दिया, बल्कि वहां से सभी

सामान भी लेकर चला गया है। जब सुरेश चन्द्र ने उससे संपर्क करने की कोशिश की, तो उसका मोबाइल भी बंद मिला। इस घटना के बाद सुरेश चन्द्र को ठगे जाने का एहसास हुआ और उन्होंने तुरंत करैरा थाने में जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराई।

बुजुर्ग के अलावा और भी लोग हुए ठगी का शिकार

इस घटना के बाद मामले की तह में जाने पर पुलिस को पता चला कि डॉक्टर बबलू गुचैट ने न केवल सुरेश चन्द्र, बल्कि करैरा के कई अन्य लोगों से भी ठगी की है। जांच में सामने आया कि डॉक्टर ने अखिलेश जाटव, प्रमोद चौरसिया,

अनुराग पाठक, रवि यादव, आदित्य चौहान, संतोष जाटव सहित कई अन्य लोगों से भी बड़ी रकम ऐंठी है। डॉक्टर ने विश्वास पैदा कर लोगों को अपने जाल में फंसाया और उनसे धीरे-धीरे रुपये लेते गए। इन सभी पीड़ितों ने भी अपनी शिकायतें पुलिस के समक्ष दर्ज कराई हैं, और पूरे करैरा क्षेत्र में इस ठगी के मामले ने हड़कंप मचा दिया है।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई

करैरा थाना प्रभारी विनोद छावई ने घटना की गंभीरता को समझते हुए तुरंत इस मामले में एफआईआर दर्ज की और जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच के अनुसार, आरोपी डॉक्टर बबलू गुचैट का असली निवास स्थान बिहार के रानीगंज, जिला अररिया का बताया गया है। इसके अलावा उसकी ससुराल का पता भी अररिया में वार्ड

क्रमांक 3 ग्राम अररिया आरएस के रूप में सामने आया है। पुलिस आरोपी की सभी गतिविधियों की जांच कर रही है और उसकी पिछली जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है, ताकि उसे जल्द से जल्द पकड़कर करैरा के लोगों को न्याय दिलाया जा सके।

शहर में ठगी के मामले से फैली दहशत

करैरा क्षेत्र में इस घटना के बाद लोगों के बीच दहशत का माहौल है। स्थानीय लोग अब सतर्क हो गए हैं और इस तरह के फर्जी डॉक्टरों और धोखाधड़ी करने वालों से बचने की कोशिश कर रहे हैं। कई लोगों ने बताया कि डॉक्टर बबलू गुचैट उनकी जरूरतों और परेशानियों का फायदा उठाते हुए उनसे पैसे ऐंठता रहा। कुछ लोग अपनी जमा-पूंजी गंवाकर बेहद परेशान हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि पुलिस जल्द ही आरोपी को पकड़कर उन्हें न्याय दिलाएगी।

फर्जी डॉक्टर की पहचान और ठगी का तरीका

जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि बबलू गुचैट ने खुद को डॉक्टर बताकर लोगों में अपनी पहचान बनाई थी, जबकि उसकी असल योग्यता और प्रमाण पत्रों की जांच अभी भी जारी है। उसने टीला रोड पर नगरिया मेडिकल के मकान में क्लीनिक खोला था और वहां मरीजों का इलाज भी कर रहा था। उसकी व्यवहार कुशलता और बातचीत के ढंग से लोग उस पर भरोसा करते गए और उसने इसी भरोसे का फायदा उठाते हुए लोगों से रुपये ऐंठे।

इसके अलावा, बबलू गुचैट ने एक प्रोफेशनल डॉक्टर की तरह ही कई उपकरण और मेडिकल साधन अपने क्लीनिक में रखे हुए थे, जिससे लोग उस पर शक नहीं कर सके। उसने एक लंबे समय तक लोगों को भ्रम में रखा और फिर मौका पाकर अपने परिवार सहित फरार हो गया।

पीड़ितों की उम्मीदें और पुलिस की कार्रवाई

सुरेश चन्द्र जैसे अन्य पीड़ितों की भी यही मांग है कि पुलिस इस मामले में सख्त कार्रवाई करे और आरोपी को जल्द से जल्द पकड़े। कई लोगों ने बताया कि उन्होंने अपनी गाढ़ी कमाई का बड़ा हिस्सा डॉक्टर पर विश्वास करते हुए उसे दे दिया था और अब वे पूरी तरह से लाचार महसूस कर रहे हैं।

करैरा थाना प्रभारी ने कहा, “हम आरोपी के खिलाफ ठोस सबूत इकट्ठा कर रहे हैं और उसके बैंक खातों और फोन रिकॉर्ड की भी जांच कर रहे हैं। हमने मामले की पूरी जानकारी शिवपुरी पुलिस के उच्च अधिकारियों को दी है, और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।”

बिहार में भी हो सकती है कार्रवाई

पुलिस ने बताया कि चूंकि आरोपी का मूल निवास स्थान बिहार में है, इसलिए पुलिस वहां की स्थानीय प्रशासन से भी संपर्क साध रही है। वहां के अधिकारियों को भी इसकी जानकारी दी गई है ताकि आरोपी के पकड़े जाने की संभावना बढ़ सके।

सुरेश चन्द्र का का छलका दर्द लोगो को दी ठगो से सतर्क रहने की हिदायत

सुरेश चन्द्र ने इस घटना से आहत होकर अन्य लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। उनका कहना है कि लोग किसी भी अनजान व्यक्ति पर आंख बंद करके विश्वास न करें और किसी भी तरह का निवेश करने से पहले पूरी जांच-पड़ताल कर लें। उन्होंने कहा कि इस घटना ने उनकी आर्थिक स्थिति पर गहरा असर डाला है और वे उम्मीद करते हैं कि पुलिस उन्हें न्याय दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

इनका कहना है

“हम मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं और ठगी के हर पहलू को बारीकी से देख रहे हैं। आरोपी को पकड़ने के लिए हमारी टीम तेजी से कार्रवाई कर रही है और बहुत जल्द आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होगा। हमने आसपास के थानों और बिहार पुलिस से भी सहयोग की मांग की है।”

विनोद छावई टी आई करैरा

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