गुरु महर्षि विश्वामित्र ने श्रीराम को राजा जनक का संताप दूर करने के लिए धनुष उठाने के लिए भेजा

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बगीचा धाम पर रामलीला देखने उमड़ा जनसैलाब


करैरा। बगीचा धाम करैरा पर चल रहे अड़तालीसवें नवदुर्गा महोत्सव के अन्तर्गत चल रहे धार्मिक आयोजन नवान्हपरायण पाठ, दुर्गा सप्तशती पाठ के साथ भव्य रामलीला का मंचन श्री बाल हनुमान रामलीला मंडल वृन्दावन के द्वारा किया जा रहा है।
रामलीला मंचन के चतुर्थ दिवस में धनुष यज्ञ संवाद का शानदार मंचन किया मंडल के शानदार प्रदर्शन की दर्शकों ने भूरि भूरि प्रसंशा की।
रामलीला के दौरान सीता स्वयंवर का मंचन किया गया। मिथिला के राजा जनक की ओर से आयोजित सीता स्वयंवर में लंकापति रावण समेत दूसरे तमाम राजाओं को आमंत्रित किया गया, जैसे ही धनुष यज्ञ की घोषणा की गई तो तमाम राजाओं ने धनुष को भंग करने के लिए उठाने का प्रयास किया किन्तु कोई राजा धनुष नहीं उठा सके तो सभा में सन्नाटा छा गया। राजा जनक ने कहा बहुत ही दुखी होते हुए और आखों को नम करते हुए कहा था कि मुझे लगता है कि यह पृथ्वी वीरों से हीन हो गई है, राजा जनक की यह बात सुनकर लक्ष्मण क्रोधित हो गये और क्रोध से आगबबूला होकर बोले जहां रघुवंश का एक भी व्यक्ति मौजूद हो वहां इस तरह की बातें नहीं की जातीं। यदि गुरु की आज्ञा पाऊं तो पूरे ब्राह्मांड को उठाकर कच्चे घड़े की तरह फोड़ डालूं तब लक्ष्मण को राम शांत करते हैं। इसके बाद गुरु महर्षि विश्वामित्र ने श्रीराम को राजा जनक का संताप दूर करने के लिए धनुष उठाने के लिए भेजा। भगवान राम के हाथों धनुष टूटा तो पंडाल में बैठे दर्शकों ने जय श्रीराम के जोरदार जयकारे लगाए।
शिव धनुष टूटने की टंकार जैसे ही गूंजी तब उधर, शिव धनुष टूटते ही शिव भक्त परशुराम का दरबार में प्रवेश होते हैं । भगवान परशुराम के क्रोध को देखकर सभी राजा भयभीत हो जाते हैं किंतु भगवान राम के विनीत स्वभाव ने भगवान परशुराम के क्रोध को शान्त कर दिया।
जनक ने अयोध्या नरेश राजा दशरथ को मिथिला आने के लिए निमंत्रण भेजा राजा दशरथ और उनके पुत्रों का मिथिला में स्वागत किया गया।
रामलीला के दौरान नवदुर्गा समिति के अध्यक्ष सुखदेव प्रसाद दुबे, बरिष्ठ सचिव घनश्याम योगी, सचिव सतीश श्रीवास्तव, स्वागताध्यक्ष सुरेश बंधु, रामलीला प्रभारी नंदकिशोर सोनी , विजय तिवारी,संजय नीखरा पार्षद, पुरुषोत्तम रावत, सौरभ प्रधान, दीपक शर्मा, सूरज चौबे अध्यक्ष युवा ब्राह्मण समाज ने भगवान की आरती की।
रामलीला में आकर्षण का केंद्र बने हैं जोकर की भूमिका में गोपाल लला यादव जिनका अभिनय बहुत सराहनीय है।
बगीचा धाम पर चल रही रामलीला में जनसैलाब निरंतर बढ़ रहा है।
रामलीला का मंचन लगातार 12 अक्टूबर तक चलेगा।
नवदुर्गा समिति के पदाधिकारियों के द्वारा अधिक से अधिक संख्या में रामलीला देखने हेतु बगीचा धाम आने का आग्रह किया गया है।

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