अपनी ही जमा राशि निकलने बैंक के चक्कर काट रहे खाताधारी
करैरा। कस्बे में स्थित बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में खाता धारक आए दिन परेशान है,बैंक कर्मचारी और अधिकारी उनकी समस्याओं का हल निकालने की जगह बहानेबाजी कर उन्हें टरका देते है।खासकर वह ग्राहक ज्यादा परेशान है जो ग्रामीण आँचल से है या ज्यादा शिक्षित नही है।हालात इतने खराब है कि अपनी ही जमा राशी निकालने के लिए कई दिन से लोग चक्कर रहे है।
बैंक में अधिकतर खातों को KYC के नाम पर बंद कर दिया गया है जबकि इनमें 4 से 6 माह में लेनदेन हुआ है। लोगो ने KYC के लिए दस्तावेज आवेदन के साथ जमा कर दिए लेकिन 20 दिन बाद भी उनके खाते चालू नही हो सके क्यो की बैंक कर्मचारियों ने KYC ही नही की आवेदन टेबिल पर पड़े है। बहाना यह कि बैंक की छुट्टियां
पड़ गई स्टाफ चुनाव ड्यटी में लग गया।बेचारा हितग्राही जिसने इस उम्मीद के साथ अपना बचत का पैसा जमा किया था कि जरूरत पर काम आएगा वह पैसा अब वह बैंक कर्मचारियों की हीलाहवाली के चलते नही निकाल पा रहा है।
बैंक में नगद जमा करने के लिए भी मशीन रख दे गई है काउंटर पर पैसे जमा करने के जगह मशीन से जमा करने को बोला जाता है।स्टाफ का बर्ताव भी ग्राहकोंसे ठीक नही है।
केस न 01
मंगलवार को राधा लोधी w/o दिनेश लोधी निवासी मोटा घसरही बैंक अपने खाते से रकम निकलने पहुँची लेकिन उससे यह कह दिया कि अभी kyc नही हुई है जबकि राधा ने kyc के लिए फार्म दिया 22 अप्रैल को दस्तावेजो के साथ जमा कर दिया था।राधा और उसका पति 20 दिन से रोजाना बैंक के चक्कर लगा रहे आज भी उसे 2 घण्टे बैंक में बैठने को कहा। राधा के पति ने बताया कि उसने ट्रेक्टर के लिए किसी परिचित से एक लाख का कर्जा लिया था जो लौटाना है लेकिन बैंक से पैसे नही निकल रहे।
केस 02
नई कालोनी के रहवासी श्रीमती उमा 20 दिन पहले बैंक अपने खाते से पैसे निकालने गई थी तो उन्हें यह कहकर लौटा दिया था कि खाता बंद हो गया KYC कराए उमा ने KYC का फार्म भरके दस्तावेज जामा कर दिए आज मंगलवार को 15 दिन बाद पैसा निकालने गई तो कर्मचारी ने टेबिल पर रखा KYC फार्म उठाते हुए कहा रुक जाए अभी आपकी KYC नही हुई है। यानी 15 दिन से KYC का फार्म टेबिल ओर धूल कहा रहा था जब खाता धारक पहुँची तब कर्मचारियों को याद आई अपडेट करने की।लेकिन खाताधारी के खाते से राशि नही निकल सकी
इनका कहना है
चुनाव ड्यूटी में कर्मचारी लगे थे,कुछ दिन बैंक की छुटिया पड़ गई इस लिए काम नही हो सका -अमित चंदेल ब्रांच मैनेजर BOI करेरा