सपोर्ट वैपन ट्रेनिंग स्कूेल, भारत तिब्बरत सीमा पुलिस बल, ने हर्षोल्ला्स के साथ मनाई 13वीं वर्षगांठ

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करैरा । सपोर्ट वैपन ट्रेनिंग स्कूल, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के 13वां स्थापना दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया । स्था‍पना दिवस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि श्री बलजीत सिंह, सेनानी एस.डब्ल्‍यू .टी.एस शामिल हुए । अन्य गणमान्यय अतिथियों में आर.टी.सी. करैरा, व सपोर्ट वाहिनी वाहिनी के अधिकारी सहित भूतपूर्व पदाधिकारियों ने कार्यक्रम की शोभा बढाई ।


श्री बलजीत सिंह, सेनानी, एस.डब्ल्ल्यू .टी.एस ने अपने संबोधन में समस्त पदाधिकारियों को संस्थान की स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी तथा संस्थान की स्थापना से लेकर अब तय किए गए सफर पर चर्चा करते हुए कहा कि 26 अप्रैल 2012 को 84 पदाधिकारियों की सीमित नफरी के साथ 18वीं वाहिनी, इलाहाबाद में संस्थान की

स्थापना हुई थी जिसे वर्ष 2015 में इलहाबाद से सिफ्ट कर करैरा स्थित सपोर्ट वाहिनी के साथ स्थापित किया गया और आज इस संस्थान की नफरी 84 से बढकर 102 की हो चुकी है । संस्थान एक विशेष प्रशिक्षण संस्थान के रूप में वर्ष 2012 से लेकर अब तक लगभग 15500 से अधिक पदाधिकारियों को विभिन्न सपोर्ट हथियारों में प्रशिक्षित कर चुका है ।

संस्था न द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को दिए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों को कारगर बनाने के लिए नई तकनीकों जैसे विजुअल कक्षाएं, ओपन बुक परीक्षा प्रणाली आदि को सम्मिलित किया गया है । संस्थान द्वारा अपने लक्ष्य ‘कृत युद्धाय निश्चय:’ के अनुरूप निरंतर सपोर्ट हथियारों में प्रशिक्षण प्रदान पदाधिकारियों को आपातकालीन

परिस्थितियों में देश की सुरक्षा के लिए तैयार कर रहा है । प्रशिक्षण गतिविधियों के अतिरिक्ति संस्थान केन्द्रीय सरकार द्वारा आयोजित विभिन्न अभियानों जैसे स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण अभियान, हर घर तिरंगा, आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन आदि में भी अपना पूर्ण योगदान दे रहा है ।

संस्थान द्वारा वर्ष 2022 से अंतर सीमांत एम.एम.जी. व मोर्टार हथियार प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है । संस्थान द्वारा अब तक 02 बार इन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा चुका है ।


13 वर्ष के कार्यकाल में इस संस्थान की कमान 05 विशिष्ट अधिकारियों ने संभाली जिनमें श्री राजीव लोचन शुक्ला, सेनानी(अब उप-महानिरीक्षक) संस्थान के प्रथम कार्यालयाध्यक्ष, श्री महेश कलावत, सेनानी, (अब उप-महानिरीक्षक), श्री छोटा राम जाट, सेनानी, तथा श्री ए.पी.एस निम्बाडिया, उप-महानिरीक्षक(अब महानिरीक्षक) शामिल हैं जिन्होंने इस संस्थाीन को सफलता की बुलंदियों पर पहुँचाने में अपना अविस्मरणीय योगदान दिया । उनकी कल्पना शक्ति और कुशल नेतृत्व का परिणाम है कि संस्था‍न अपनी एक विशेष पहचान बनाने में सफल हुआ है ।


गौतलब है कि संस्थान सपोर्ट हथियारों का प्रशिक्षण संस्थान है जो कि बल के पदाधिकारियों को सपोर्ट हथियारों में प्रशिक्षित कर देश की सीमाओं की सुरक्षा को प्रबल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है । स्थापना दिवस के विशेष अवसर पर विडियो कॉन्फ्रैंस के माध्यम से बल की समस्त फॉरमेशनों की सपोर्ट कम्पनी के कमान अधिकारियों के साथ बल में सपोर्ट हथियारों की उपयोगिता को और सार्थक बनाने के संदर्भ में विस्‍तृत चर्चा की गई ।
स्थापना दिवस संध्या पर बल की रीति के अनुसार बड़े खाने का आयोजन किया गया । जिसमें बल से सेवानिवृत्त पदाधिकारी भी शामिल हुए। ।

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