प्रेम प्रसंग में सुनील बन रहा था अड़चन, इसलिए आरोपियों ने उतार दिया मौत के घाट

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पुलिस ने अंधे मर्डर का 48 घंटे में किया खुलासा

भिण्ड(पवन शर्मा)। अंधे मर्डर के बाद उसका खुलासा करने के लिए पुलिस के लिए बड़ा चैलेंज होता है लेकिन बरोही पुलिस ने उक्त मर्डर का खुलासा महज 48 घंटे के अंदर कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।


बरोही थना प्रभारी अतुल भदौरिया से मिली जानकारी के अनुसार विगत दो दिन पहले दिनांक 19 अप्रैल 2024 को सूचना मिली कि ग्राम पिडौरा के हार में एक बंद पड़े कुआ में किसी अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है, तभी वहाँ घटनास्थल पर पहुँचकर उक्त शव को कुआ से निकालकर उसकी विवेचना की तो पता चला कि सुनील बघेल निवासी मंशाराम का पुरा थाना बरासों अपने घर से 17 अप्रैल से गायब है, तभी इसकी सूचना परिवारीजनों को दी गई, वह भी घटनास्थल पर पहुंचकर मृतक की शिनाख्त की कि जहाँ सुनील बघेल का ही शव बताया गया।

तभी बरोही पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 62/24 धारा 302 के तहत मर्ग कायम करते हुये विवेचना प्रारम्भ कर दी।
अंधे कत्ल का खुलासा करने के एसपी ने दिये थे निर्देश


इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने के निर्देश पुलिस कप्तान असित यादव व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव पाठक के द्वारा दिये गये थे तभी उपपुलिस अधीक्षक दीपक तोमर के मार्गदर्शन में बरोही थाना प्रभारी अतुल भदौरिया के द्वारा मुखबिर तंत्र सक्रिय किये गये व विवेचना के दौरान तकनीकि साक्ष्य, भौतिक साक्ष्यों की सहायता से एक व्यक्ति को संदिग्ध परिस्थिति में गिरफ्तार किया गया, जहाँ पुलिस गिरफ्त में आये आरोपी ने हत्या करना कबूल किया और बताया कि मेरे साथ दो लोगों ने इस मर्डर में सहायता की थी, पुलिस ने उक्त दोनों लोगों समेत तीन लोगों से जब पुलिसिया अंदाज में पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि एक ही महिला के साथ हमारा प्रेम प्रसंग चल रहा था, जिस कारण पूर्व में भी दोनों के साथ आपसी विवाद हो गया था, तभी से निर्णय कर लिया था कि सुनील बघेल को मौत के घाट उतारना है।


मृतक को राजीनामा के लिए बुलाया और उतार दिया मौत के घाट
आरोपी प्रदीप जाटव पुत्र शिव चरण जाटव उम्र 24 वर्ष निवासी लावन व सूरज पुत्र गंधर्व नरवरिया उम्र 28 वर्ष निवासी लावन एवं दशरथ शाक्य पुत्र मेवाराम उम्र 23 वर्ष निवासी लावन ने मृतक सुनील बघेल पुत्र भीमसेन बघेल उम्र 36 वर्ष निवासी मंशाराम का पुरा थाना बरासों से राजीनामा के बहाने ग्राम लावन में बुलाया था,

रात्रि होने के कारण जैसे ही मृतक आया तो पहले से ही दो साथी घात लगाये बैठे और पीछे से सिर में डण्डा मार दिया और गले में साफी डालकर निर्मम मौत के घाट उतार दिया, मृतक के प्रति नफरत होने के कारण क्रूरता पूर्वक मृतक की ही मोटर सायकिल से शव को घसीटते हुये ग्राम लावन से ले जाकर पिडोरा के हार में सूनसान

इलाके में बने कुआ में फेंक दिया, ताकि किसी को पता न चले कि सुनील को किसने मौत के घाट उतारा है, लेकिन जुर्म करने के बाद निश्चित तौर पर आरोपी कोई न कोई ऐसा सबूत छोड़ देता है, जिस पर पुलिस आसानी से उस तक पहुँच जाती है, और उसी के अनुसार घटना के 48 घंटे के बाद ही तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। आरोपियों के कब्जे से मृतक की बाइक क्रमांक एमपी 30 एमडी 3606 व एक वीवो कंपनी का का मोबाइल के अलावा घटना में प्रयुक्त डण्डा भी बरामद करने में सफलता प्राप्त की है।


आरोपी को पकडऩे में इनकी रही विशेष भूमिका
आरोपी को पकडऩे में बरोही थाना प्रभारी अतुल भदौरिया, भारौली थाना प्रभारी देवेन्द्र, नरेश जादौन, त्रिवेन्द्र, मान सिंह, आनंद दीक्षित, अनिल, जयशंकर, ओमवीर, अरविन्द व चालक गिर्राज शर्मा की विशेष भूमिका रही।

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