करेरा। करैरा विधानसभा में अवैध देसी ब अंग्रेजी मदिरा ठेकेदार द्वारा सत्ताधारी नेताओं, और पुलिस की मिली भगत से बेची जा रही हे देसी अंग्रेजी मदिरा विक्रय बंद करने के संबंध में एक ज्ञापन कांग्रेस के नेता मानसिंह फोजी ने एसडीएम करेरा अजय शर्मा को सौंपते हुए कड़ी कार्यवाही की मांग की। ज्ञापन में लिखा है कि करैरा विधानसभा में शासकीय मदिरा दुकानों की संख्या 19 है लेकिन प्रत्येक गांव में कमीशन पर ठेकेदार सत्ताधारी पार्टी के नेताओं से मिलकर व पुलिस की मिली भगत से अनाधीकृत दौर से देसी व अंग्रेजी मदिरा का विक्रय किया जा रहा है जबकि करेरा में दो शासकीय मदिरा दुकान है लेकिन करेरा में चार मदिरा की दुकाने संचालित हो रही हैं 1 ब्लॉक जनपद कार्यालय के सामने 2 कृषि अनाज मंडी के सामने 3 कन्या छात्रावास हाईवे पर डिग्री कॉलेज के पास 4 फूटा तालाब की ढलान नगर पालिका के प्रांगण से लगी हुई दुकान संचालित हो रही हैं महोदय समस्त करैरा विधानसभा के प्रत्येक गांव में कमीशन खोरी पर मदिरा की दुकानें संचालित हो रही है जिससे अधिकतर नाबालिक और युवा नशे के आदी होने के कारण क्षेत्र में अपराध और चोरियो की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं इसके साथ-साथ दारु पीने वालों की व्यक्तियों की पारिवारिक स्थिति विवाद ग्रस्त हो रही है और दारु पीने वाले लोग अनावश्यक रूप से जनता से छेड़खानी करते हैं इससे विवाद की स्थिति निर्मित होती गांव-गांव नाबालिक बच्चे को गांव में आसानी से मदिरा मिलने के कारण नाबालिक और युवाओं में नशा का प्रकोप बढ़ती जा रहा है जीसके साथ-साथ कोचिंग और स्कूल में आने जाने वाली बच्चियों पर आन आवश्यक छेड़खानी एवं समाज में दूषित वातावरण निर्मित हो रहा है तथा श्रीमान जी से निवेदन है अनाधिकृत तौर से बिक रही शराब को ग्रामीण एवं शहरी स्तर पर बंद करने की कृपा करें ताकि शहरी एवं ग्रामीण आंचल का वातावरण दूषित ना हो सके
करेरा नगर के प्रमुख मार्ग झांसी रोड पर स्थित गल्ला व्यापारीओं के प्रतिष्ठानों पर हो रही गल्ला खरीदी के चलते इन दिनों आम जनों का निकलना मुश्किल हो रहा है।तथा आये दिन जाम के हालात निर्मित हो रहे हैं जिससे आमलोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। किन्तु इस ओर मंडी प्रशासन का ध्यान बार बार आकृष्ट कराने के बाद भी नहीं जा रहा है। जबकि आये दिन लगते जाम से दुर्घटना की सम्भावना भी बनी रहती है।तथा उक्त समस्या मंडी प्रांगण में खरीद नहीं किए जाने से निर्मित हो रही है। करेरा मूंगफली की जिलें में सबसे बड़ी मंडी है किन्तु मंडी प्रशासन की छूट के चलते मंडी , मंडी प्रांगण में न लगाकर व्यापारियों की दुकानों पर ही गल्ला खरीदी की जा रही है। जहां व्यापारियों द्वारा मनमाने दाम लगा कर किसानों की फसल खरीदी किए जाने से किसानों को नुक़सान हो रहा है किन्तु किसानों की मजबूरी है कि वो व्यापारियों की दुकानों पर गल्ला बेचने को विवश बने हुए हैं।अगर शीघ्र ही किसानों का शोषण रोका जाय तथा मंडी ,मंडी प्रांगण में नहीं लगाई गई तो किसानों को लेकर आंदोलन करने को विवश होंगे।
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