राष्ट्रीय मिति – आश्विन 03,
शक संवत – 1945,
विक्रम संवत – 2080
श्रीसूर्य – दक्षिणायन,
दक्षिण – गोल,
मास पूर्णिमांत – भादौ मास (भाद्रपद)
पक्ष – शुक्ल
तिथि – दशमी उपरांत एकादशी (छय)
दिन – सोमवार
ऋतु – वर्षा (शरद ऋतु)
नक्षत्र – उत्तराषाढ़ा और श्रवण
करण – वणिज और विष्टि
सौर – आश्विन
मास प्रविष्टे – 09,
रबि-उल्लावल – 09,
हिजरी – 1445 (मुस्लिम)
तदनुसार
अंग्रेजी तारीख
25 सितम्बर सन् 2023 ई।
राहुकाल सुबह 07 बजकर 49 मिनट से 09 बजकर 19 मिनट तक रहेगा।
दशमी तिथि प्रातः 07 बजकर 56 मिनट तक उपरांत एकादशी तिथि का आरंभ।
उत्तराषाढ़ नक्षत्र पूर्वाह्न 11 बजकर 55 मिनट तक उपरांत श्रवण नक्षत्र का आरंभ।
अतिगण्ड योग अपराह्न 03 बजकर 23 मिनट तक उपरांत सुकर्मा योग का आरंभ।
गर करण प्रातः 07 बजकर 56 मिनट तक उपरांत बव करण का आरंभ।
चंद्रमा दिन रात मकर राशि पर संचार करेगा।
25 सितंबर 2023 का पंचांग
25 सितंबर 2023, दिन सोमवार को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि सुबह 07 बजकर 56 मिनिट तक रहेगी। इसके बाद एकादशी तिथि शुरू हो जाएगी। इस दिन परिवर्तिनी एकादशी का पर्व मनाया जाएगा। सोमवार को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र सुबह 11 बजकर 55 मिनट तक रहेगा, इसके बाद श्रवण नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। सोमवार को पहले उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग और इसके बाद उत्तरषाढ़ा नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का शुभ योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि, अतिगण्ड और सुकर्मा नाम के 3 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 07 बजकर 49 मिनट से 09 बजकर 19 मिनट तक रहेगा।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी…
सोमवार को चंद्रमा मकर राशि में, सूर्य कन्या राशि में, गुरु और राहु मेष राशि में, शनि कुंभ राशि में, बुध सिंह राशि में, केतु तुला राशि में, मंगल कन्या राशि में और शुक्र कर्क राशि में रहेंगे।
आज के व्रत त्योहार
पद्मा एकादशी व्रत (स्मार्त), वैष्णव श्रृंखला योग पूर्वाह्न 11 बजकर 55 मिनट से प्रारंभ, एकादशी तिथि का क्षय।
आज का दिन क्यों है खास –
हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। एक महीने में 2 बार एकादशी तिथि आती है। भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को परिवर्तिनी एकादशी कहते हैं। इस बार ये एकादशी 25 सितंबर, सोमवार को है। इस दिन कईं शुभ योग बनने से ये व्रत और भी खास हो गया है।
सूर्योदय का समय 25 सितंबर 2023 :
सुबह 06 बजकर 07 मिनट पर।
सूर्यास्त का समय 25 सितंबर 2023 :
शाम में 06 बजकर 11 मिनट पर।
चन्द्रोदय –
25 सितंबर दोपहर 03 बजकर 32 मिनट पर।
चन्द्रास्त –
26 सितंबर प्रातः पूर्व 01 बजकर 12 मिनट पर।
दिशाशूल
सोमवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए। यदि मजबूरी में यात्रा करनी पड़े तो शीशे में अपना चेहरा देखकर या कोई भी पुष्प खा कर घर से निकलना चाहिए।
आज का शुभ मुहूर्त 25 सितंबर 2023 :
अमृत काल
प्रातः पूर्व 12 बजकर 15 मिनट से 01 बजकर 42 मिनट तक।
ब्रह्म मुहूर्त
सुबह 04 बजकर 43 मिनट से 05 बजकर 31 मिनट तक रहेगा।
अभिजीत मुहूर्त –
दोपहर पूर्व 11 बजकर 54 मिनट से 12 बजकर 42 मिनट तक रहेगा।
गोधूलि बेला
शाम 06 बजकर 15 मिनट से 06 बजकर 39 मिनट तक रहेगा।
निशिथ काल मध्यरात्रि 11 बजकर 49 मिनट से 12 बजकर 37 मिनट तक।
आज का अशुभ मुहूर्त 25 सितंबर 2023 (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें):
राहुकाल सुबह 07 बजकर 49 मिनट से 09 बजकर 19 मिनट तक रहेगा।
यमगंड
सुबह 10 बजकर 48 मिनट से 12 बजकर 18 मिनट तक रहेगा।
गुलिक काल
दोपहर 01 बजकर 48 मिनट से 03 बजकर 17 मिनट तक रहेगा।
दुर्मुहूर्त काल
दोपहर 12 बजकर 42 मिनट से 01 बजकर 30 मिनट तक। इसके बाद 03 बजकर 05 मिनट से 03 बजकर 53 मिनट तक। भद्रा काल का समय शाम में 06 बजकर 31 मिनट से अगले दिन सुबह 26 सितंबर को 05 बजे तक।
वर्ज्यम् –
दोपहर 03 बजकर 32 मिनट से शाम 05 बजकर 00 मिनट तक रहेगा।
आज का उपाय :
आज शिवलिंग पर कच्चे दूध और जल से अभिषेक करें और विष्णु भगवान की उपासना करें।