करेरा। करेरा को जिला बनाने की आवाज सिर्फ जनता के लोगों से अलग-अलग आ रही है। किसी भी राजनेता ने हमारी आवाज को नहीं उठाया आज आवश्यकता है इन सभी आवाजों को
संगठित करने की एक तरफा निर्णय न हो। विचार विमर्श के बाद ही निर्णय लिया जाए जिला करेरा बने या पिछोर यह कहना है वार्ड 3 की पार्षद शालिनी सोनी का । उन्होंने कहा कि किसी भी
बदलाव या संघर्ष में वकीलों ,समाजसेवियों, बुद्धिजीवियों, पत्रकारों, शिक्षकों, राजनेताओं, युवा वर्ग,व सभी पढ़े-लिखे लोगों के साथ जुनूनी वर्ग ने हमेशा अहम भूमिका निभाई है। इसी क्रम में एक करेरा जिला निर्माण संघर्ष समिति के निर्माण की तुरंत आवश्यकता है। जिसमें मैं करेरा, नरवर
,दिनारा मगरोनी के समस्त प्रबुद्ध नागरिकों का आवाहन करती हूं। कि करेरा को जिला बनाने के लिए एक संघर्ष समिति का निर्माण हो। जो एक विस्तृत रूपरेखा बनाएं और करेरा को जिला
बनाने में प्राथमिकता देने के संबंध में तथ्य एकत्रित करें। और हमारी इस आवाज को करेरा व नरवर के हर घर तक पहुंचाए। हमें किसी भी हालत में बिना लड़े मैदान नहीं छोड़ता है।
इस लिए 5 सितंबर को रामराजा वाटिका करेरा शाम 4 बजे इसी सिलसिले में प्राथमिक बैठक रखी गई है जिसमे करेरा के वह सभी जन स्वेच्छिक आमंत्रित है जो चाहते है कि इस मुद्दे पर चर्चा हो रणनीति बने ।