श्रीमद् भागवत कथा के सातवें दिवस सुदामा चरित्र सुनते ही श्रोता भाव विभोर हो गए
करेरा। ग्राम झंडा में देश के प्रसिद्ध कथा व्यास डॉ श्याम सुंदर पाराशर द्वारा दिनांक 6 मई से प्रतिदिन 3:00 से 7:00 बजे तक कथा कहीं जा रही थी। कथा के अंतिम दिवस सुदामा चरित्र सहित भागवत सार विस्तार से बताया। उन्होंने भवरोग से ग्रसित बीमारी की दवा बताते हुए कहा की भगवान के पादार बिंद के चिंतन को औषधि बताया।
उन्होंने पूरी तरह से स्वस्थ व्यक्ति उसी को बताया है कि जिस के चिंतन में विश्व के समस्त जीवो के प्रति प्रीति जाग जाए तो आप समझें पूरी तरह स्वस्थ हैं। भगवान जब द्वारका छोड़कर गए तो उन्होंने अपनी दिव्य शक्ति श्रीमद् भागवत में विद्वान हो गई। भगवान भागवत रूप हो गए।
कथा व्यास डॉ श्याम सुंदर पाराशर ने झंडा ग्राम में कथा के पारीछत ठाकुर कृपाल सिंह तोमर एवं समस्त तोमर परिवार ग्राम, जिला के सभी नागरिकों द्वारा की गई व्यवस्था को बहुत सराहा। उन्होंने कहा कि आपकी वजह से इतना सुंदर कथा का अमृत पान यह श्रोता कर सके।
सुंदर पंडाल, भव्य व्यवस्था देखकर उन्होंने भूरी भूरी प्रशंसा की व सभी भक्तों को आशीर्वाद प्रदान किया और कहा कि तुम्हारे झंडा गांव का झंडा हमेशा ऊंचा रहे। कथा के सातवें दिवस क्षेत्रीय विधायक प्रागी लाल जाटव, पूर्व विधायक शकुंतला खटीक, नगर पंचायत अध्यक्ष करेरा शारदा रामस्वरूप रावत सहित क्षेत्र के अनेक जनप्रतिनिधि, हजारों की संख्या में श्रोता ने कथा का रसपान किया।
कथा के यजमान विजय प्रताप सिंह व व्यवस्था देख रहे ग्राम पटेल देवी सिंह तोमर, खलक सिंह तोमर, ठाकुर कुंदन सिंह, ठाकुर गजराज सिंह, कोक सिंह,हरि सिंह, लखन सिंह, भगवान सिंह, किशोर सिंह, मुरारी सिंह, विश्वनाथ सिंह बाबा जी, कृष्णपाल सिंह तोमर, लाल सिंह तोमर,, विजय सिंह तोमर सहित सभी आयोजकों ने कल होने वाले विशाल भंडारे में सभी को प्रसाद ग्रहण करने का आग्रह किया है।