–थाना प्रभारियों को कार्यवाही संबंधी आवश्यक निर्देश दिए
शिवपुरी। पुलिस अधीक्षक रघुवंश सिंह भदौरिया द्वारा पुलिस कन्ट्रोल रुम शिवपुरी में जिले के समस्त एसडीओपी एवं समस्त थाना प्रभारियों के साथ पहली क्राइम मीटिंग ली। क्राइम मीटिंग में सर्व प्रथम पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी अधिकारियों से परिचय किया एवं थानावार उपलब्धियों व आगामी लक्ष्यों के बारे मे जानकारी ली।
पुलिस अधीक्षक द्वारा क्राइम मीटिंग में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि सभी थाना प्रभारी थाने के सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान देने एवं सभी थाने प्रतिस्पर्धा करते हुये अच्छे से अच्छा काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने समस्त थाना परिसर में पैड़, पौधों एवं फूलों के गमले रखें एवं पानी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त अधिकारियों को बताया गया कि थाने पर आने वाले पीड़ित के साथ दुरुव्यवहार न करें एवं नैतिकता के साथ व्यवहार करते हुये उनकी समस्या को सुने एवं वैधानिक कार्यवाही करें। थानों पर दिन एवं रात्रि में ड्यूटी अफसर थाने पर मौजूद रहे एवं ड्यूटी ऑफिसर का मोबाइल नंबर थाने की दीवार पर चस्पा किया जाए। थाने पर प्राप्त होने बाली छोटी-छोटी शिकायतों पर तुरंत कार्यवाही करें, ताकि भविश्य मे घटना बड़ी न हो सके। जुआ, सट्टा, अवैध शराब, अवैध उत्खनन, शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा, राशन माफिया, नार्काेटिक्स ड्रग ग्रोह आदि पर शक्ति से कार्यवाही करें। बलात्संग, पॉक्सो एक्ट में आरोपियों के विरुद्ध तुरंत कार्यवाही करें एवं आरोपियों के खिलाफ एनएसए की कार्यवाही करें। संपत्ति संबंधी अपराधों (चोरी, नकबजनी, लूट, डकैती) में कमी लायें एवं तुरंत कार्यवाही करते हुये घटना का पर्दाफाश कर आरोपियों की गिरफ्तारी करेंगे। आरोपियों की जेल रिहाई की जानकारी रखें।
उन्होंने कहा कि समस्त थाना प्रभारी थाना क्षेत्र के एवं पड़ोसी थाना क्षेत्र के आरोपियों की प्रोफाइल तैयार करेंगे। समस्त थाने वारंट तामीली के लिये विशेष अभियान चला कर ज्याता से ज्यादा वारंटों की तामील करेंगे, 82/83 की कार्यवाही करेंगे। गंभीर अपराधों मे 24 घंटे के अंदर आरोपी की गिरफ्तारी सुनिश्चित करेंगे।
नाबालिक बालक बालिकाओं के गुम होने पर तत्काल कार्यवाही करते हुए जल्द से दस्तयाब की कार्यवाही करेंगे। सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए संतुष्टि पूर्वक निराकरण करें, एवं सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण का प्रतिशत 90 से अधिक होना चाहिए।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय से प्राप्त शिकायतों का तीन दिवस के अंदर स्टेटस अपडेट करें एवं सात दिन के अंदर निराकरण करें। थाने पर आरोपियों को अनावश्यक न रखें, सावधानी बरतें एवं कैमरे की निगरानी में ही रखें। समस्त थाना प्रभारी शाम के समय क्षेत्र में पैदल पेट्रोलिंग करें ताकि क्षेत्र में पुलिस की उपस्थिति दिखे।