महारानी अवंती बाई का बलिदान दिवस पखवाड़ा धूमधाम से मनाया

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-लोधी समाज की ओर से निकाली गई भव्य शोभायात्रा

करैरा। भारत में पुरुषों के साथ आर्य ललनाओं ने भी देश, राज्य और धर्म, संस्कृति की रक्षा के लिए आवश्यकता पडने पर अपने प्राणों की बाजी लगाई है। गोंडंवाने की रानी दुर्गावती और झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के चरण चिन्हों का अनुकरण करते हुए रामगढ़ (जनपद मंडला- मध्य प्रदेश) की रानी वीरांगना महारानी अवंतीबाई लोधी ने सन 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में अग्रेंजो से खुलकर लोहा लिया था। अंत में भारत की स्वतंत्रता के लिए अपने जीवन की आहुति दे दी थी।

उन्हीं को याद करते हुए शहर में लोधी समाज द्वारा बलिदान दिवस पखवाड़ा कार्यक्रम एवं भव्य शोभायात्रा निकाली गई। जिसमे नरेंद्र लोधी एडवोकेट, महेश लोधी शिक्षक, पवन लोधी सरपंच, अतरसिंह लोधी सरपंच, चन्द्रभान राजपूत, सहित भारी संख्या में लोग शामिल हुए।

जयंती पखबाड़े के अवसर पर शहर के क्षत्रिय लोधी राजपूत समाज द्वारा धूमधाम एवं हर्षोल्लास से चल समारोह निकाला गया। चल समारोह कृषि उपज मंडी प्रांगण से शुरू हुआ जो झांसी शिवपुरी रोड, पुलिस सहायता केंद्र चौराहा, कालीमाता मंदिर सहित कस्बे के मुख्यमार्गों से होता हुआ रामराजा गार्डन पहुंचा, गार्डन में बलिदान दिवस पखवाड़ा समारोह आयोजित किया गया। चल समारोह में राजपूत क्षत्रिय समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित हुए और अश्व पर सवार महारानी अवंती बाई की प्रतीकात्मक छवि के रूप में बालिकाए अश्व पर सवार रही। अवसर पर स्थानीय नागरिकों ने महारानी अवंतीबाई का जगह-जगह तिलक व पुष्पवर्षा कर स्वागत किया और महारानी अवंतीबाई के जयघोष के नारे लगाए।

कार्यक्रम के मुख्यातिथि भारत सरकार में जॉइंट कमिश्नर अमरपाल सिंह लोधी रहे उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ने देश के स्वाभिमान के लिए अंतिम सांस तक संघर्ष किया। आज अदम्य साहस की प्रतिमूर्ति वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी का शहीद दिवस हर साल 20 मार्च को बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है। बता दें वीरांगना रानी अवंतीबाई ने अपनी मातृभूमि पर ही देश की आजादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया था। वह देश की प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी है। भारत की पवित्र भूमि ऐसे वीर-वीरांगनाओं की कहानियों से भरी पड़ी है। जिन्होंने 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से लेकर देश के आजाद होने तक भिन्न भिन्न रूप में अपना अहम योगदान दिया। वशिष्ट अतिथि के रूप में महेंद्र सिंह लोधी ओबीसी महासभा राष्ट्रीय कोर कमेटी सदस्य शामिल हुए।

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