जिला प्रशासन की रात 1 बजे रेत माफियाओं पर कार्रवाई
करैरा। अनुविभाग क्षेत्र अंतर्गत अवैध रेत उत्खनन व परिवहन की काफी दिनों से लगातार मिल रही शिकायतों के चलते रविवार-सोमवार की रात 1 बजे जिला प्रशासन की टीम जिसमे पुलिस व प्रशासन शामिल थे ने कार्रवाई करते हुए 15 डम्फर पकड़े है। देर रात हुई इस कार्रवाई से रेत माफिया में हड़कंप मचा हुआ है। जिस समय टीम ने डंफरों को रोका उस समय कई चालक कार्रवाई से बचने के लिए रात के अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भाग गए।
बताया जा रहा है कि रेत से भरे सभी डम्फर शिवपुरी व गुना भेजे जा रहे थे। पुलिस व प्रशासन ने इन सभी डंफरों को जब्त कर करैरा, अमोला, सीहोर सहित सुरवाया थाने में खड़े करवा लिए है।
रेत से भरे जिन डंफरों को जब्त किया है, उनमें से किसी भी डम्फर के पास रॉयल्टी नहीं थी। इसके अलावा सभी डम्फर ओवर लोड थे। जब्त किए गए कई ट्रकों के चालकों के पास से रॉयल्टी के नाम पर टोकन (फर्जी रॉयल्टी) भी पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को मिले है, जिनकी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है। जिला प्रशासन की संयुक्त टीम का नेतृत्व एडिशनल एसपी प्रवीण भूरिया व एडीएम विवेक रघुवंशी कर रहे थे।
• क्या होता है टोकन
टोकन एक तरह की फर्जी रॉयल्टी होती है जो रेत माफिया शासन के राजस्व की चोरी करने के लिए डंफरों को देते है। जिसके एवज में माफिया पुलिस, माफिया, राजस्व व माइनिंग विभाग को नजराना प्रथा के चलते खुश किये रहते है और शासन की गुल्लक को चपत लगते है।
• रात में होता है रेत का अवैध खेल
करैरा क्षेत्र से निकलने वाली सिंध व महुअर नदी का सीना छलनी कर रेत माफिया बड़े पैमाने पर रेत की निकासी कर रहा है। रेत निकालने के लिए रेत माफिया एलएनटी, पनडुब्बी, जेसीबी और अन्य उपकरणों का उपयोग करता है। रेत खदानों से अवैध रेत निकालने का काम रात के समय होता है। रात 8 बजे के बाद से रेत माफिया के गुर्गे हथियारों से लैस होकर रेत खदानों में धावा बोलते है और पूरी रात रेत की निकासी करते है।
• गोपनीय हुई कार्रवाई किसी को नही थी भनक
जिला पुलिस व प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई इतनी गोपनीय थी कि संबंधित पुलिस थानों व स्थानीय प्रशासन एवं माइनिंग विभाग को भी इसकी सूचना नही दी गई थी। टीम में आये सभी कर्मचारियों को भी दबिश देने की कहकर लाया गया था।
एडिशनल एसपी प्रवीण भूरिया ने मामले में कहा है कि अवैध रेत लेकर जा रहे 15 डंफरों को पकड़ा गया है। पकड़े गए डंफरों में से किसी के पास रॉयल्टी नहीं मिली है हमने इनकी मोके पर वीडियोग्राफी भी कराई है। यदि बाद कि रॉयल्टी यह लोग दिखाते है तो धारा 379 के साथ धारा 420 की कार्रवाई भी की जाएगी।