सोशल मीडिया पर फैली एक अफवाह ने पार्क अधिकारियों को डाल दिया मुसीबत में
शिवपुरी। माधव राष्ट्रीय उद्यान में लाए गए टाइगरों में से एक टाइगर को लेकर आज रविवार को सुबह से फैली एक अफवाह ने पार्क अधिकारियों को मुश्किल में डाल दिया। सोशल मीडिया के जरिए फैली इस अफवाह में यह खबर फैल गई कि माधव नेशनल पार्क में से एक बाघ बाड़े से भाग गया है।
इस खबर ने नेशनल पार्क के अधिकारियों को चिंता में ला दिया। सोशल मीडिया पर यह खबर रविवार की सुबह से चालू हुई दोपहर तक चलती रही। बाद में नेशनल पार्क के अधिकारियों ने इस बात को कोरी अफवाह बताया और कहा की दोनों ही नर व मादा बाघ अपने अपने बाड़े में सुरक्षित है और कोई भी बाघ बाड़ा छोड़कर नहीं भागा है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को शिवपुरी में स्थित माधव नेशनल पार्क में दो टाइगरों को छोड़ा गया है। यहां पर 27 साल के बाद टाइगर की आमद हुई है। टाइगरों को छोड़े जाते वक्त मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे थे। इसके अलावा शिवपुरी में एक आमसभा भी हुई थी। शिवपुरी में रविवार को बाघ के भाग जाने की अफवाह शहर सहित माधव नेशनल पार्क से सटे हुए गावों में फैल गई। सोशल मीडिया के जरिए यह अफवाह फैली जिसमें कहा गया कि माधव नेशनल पार्क में सतपुड़ा से लाया गया नर बाघ बाड़े की जाली के नीचे की जमीन खोद कर फरार हो गया है। इस अफवाह में यह दावा किया गया कि बाघ की तलाश में वनकर्मी कुछ गांव में बाघ को तलाशते हुए पहुंचे थे।
सोशल मीडिया से उड़ी अफवाह
बताया जा रहा है कि रविवार को सुबह से कुछ लोगों ने माधव नेशनल पार्क के बाड़े से एक नर बाघ के भाग जाने की अफवाह सोशल मीडिया पर उड़ा दी गईं। लोगों ने सोशल मीडिया पर कहा कि जिन बाड़ो में बाघों को रखा गया है उनमें से एक बाघ ने बाड़े की जाली के नीचे की जमीन को खोदकर भाग निकला है।
वन विभाग के अधिकारी सकते में आए गए
बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर इस अफवाह के बाद वन विभाग के अधिकारी सकते में आए गए। स्थानीय कई लोगों ने इसके बाद वन विभाग के अधिकारियों को फोन लगाए और पूछा कि यह बात सही है क्या। इस खबर के बाद माधव नेशनल पार्क के सीसीएफ उत्तम शर्मा ने बताया कि बाघ भागने की महज अफवाह सोशल मीडिया उड़ाई गई है। दोनों नर-मादा बाघ अपने बाड़े में सुरक्षित हैं। सोशल साइट्स पर बाघ के भाग जाने की अफवाह फैलते ही सुरवाया थाना पुलिस को एलर्ट मोड़ पर आना पड़ा। जिन गांव का नाम लेकर अफवाह उड़ाई गई थी। उन गांव में किसी भी प्रकार की बाघ को लेकर कोई पुष्टि नहीं हुई है। जबकि सुबह लेकर दोपहर तक सोशल साइट्स पर अफवाह की खबर के कॉपी-पेस्ट होती रही।