पिछोर। अनुविभाग अंतर्गत आने वाले माध्यमिक स्कूल भरतपुर में शिक्षकों की ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायत और स्कूल बंद रहने के मामले में जिला शिक्षा अधिकारी समरसिंह राठौड द्वारा बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया गया है। स्कूल में पदस्थ चार शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है जबकि प्रधानाध्यापक के निलंबन का प्रस्ताव कमिश्नर ग्वालियर संभाग को भेजा गया है।
यह पूरी कार्यवाही 10 फरवरी को विकास यात्रा के दौरान ग्रामीणों द्वारा उक्त स्कूल के नियमित संचालित न होने की शिकायत के आधार पर जब 11 फरवरी को जिला पंचायत की शिक्षा समिति अध्यक्ष अमित पडऱया के पास पहुंची और पुन: स्कूल बंद होने की बात सामने आई जिस पर पिछोर बीईओ व बीआरसीसी को जांच के लिए भेजा गया तो दोपहर 2.45 बजे यह स्कूल बंद पाया गया। इसके अलावा शनिवार को प्रभारी मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया भी जब दौरे पर पहुंचे तो ग्रामीणों ने उक्त स्कूल के संबंध में शिकायत की और कहा कि छात्रों की पढ़ाई पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। प्रभारी मंत्री के निर्देश पर मामले को गंभीरता से लेते डीईओ राठौर ने प्रथमदृष्टया स्कूल के समस्त स्टाफ को दोषी पाते हुए चार शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है जबकि स्कूल के प्रधानाध्यापक सिरनाम सिंह जाटव के निलंबन का प्रस्ताव कमिश्नर ग्वालियर संभाग को प्रेषित कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार पिछोर के माध्यमिक विद्यालय भरतपुर के अनियमित संचालन और शिक्षकों की लापरवाही की शिकायत विकास यात्रा के दौरान भी सामने आई थी जिस पर शनिवार को डीईओ समरसिंह राठौर ने तत्काल एक्शन लेते हुए संयुक्त संचालक शिक्षा ग्वालियर संभाग दीपक पाण्डेय के अनुमोदन की प्रत्याशा में उच्च श्रेणी शिक्षक रामप्रकाश शर्मा, माध्यमिक शिक्षक सचेन्द्र पाठक, प्रज्ञा मौर्य एवं सर्वेश पंसारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में इन सभी शिक्षकों का मुख्यालय बीईओ कार्यालय बदरवास रखा गया है। बताया जाता है कि कमिश्नर के अनुमोदन के बाद विद्यालय को प्रधानाध्यापक सिरनाम सिंह जाटव का भी निलंबन तय है। इस बड़ी कार्यवाही के बाद लापरवाह शिक्षकों में हड़कंप की स्थिति बन गई है।