करेरा ।आईटीबीपी के सेक्शन लीडरशिप कोर्स के 161 कांस्टेबल प्रशिक्षुओं का 5 दिवसीय युद्ध अभ्यास 18 फरवरी 2023 को समाप्त हो गया है। यह अभ्यास 13 फरवरी से 18 फरवरी तक खैराघाट में आईटीबीपी आरटीसी करेरा द्वारा संचालित किया गया था।
इस प्रशिक्षण के तहत दो दिनों तक प्रशिक्षुओं को युद्ध के प्रमुख ऑपरेशनों का प्रशिक्षण दिया गया और तीन दिनों तक नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में ऑपरेशन करने का प्रशिक्षण दिया गया। इसके अलावा सेना के समन्वय से प्रशिक्षुओं को युद्ध जैसी स्थिति में दुश्मन का मुकाबला करने के लिए बारूदी सुरंग बिछाने का प्रशिक्षण भी दिया गया। दुश्मन के हमले को नाकाम करने, अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दुश्मन का सामना करने के लिए अपनाए जाने वाले तरीकों के भी प्रदर्शन दिखाए गए । नवीनतम जी पी एस सेटों का उपयोग करते हुए क्रॉस कंट्री मार्च करने पर विशेष जोर दिया गया। प्रशिक्षुओं को अपने हथियारों पर नाइट साइट फिक्स करने का प्रशिक्षण भी दिया गया ताकि वे रात में भी दुश्मन का मुकाबला कर सकें। दुमघुना गांव में प्रशिक्षणार्थियों ने स्कूली बच्चों को विभिन्न हथियार व उपकरण दिखाकर जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया। एक पूरी रात प्रशिक्षु यह जानने के लिए जागते रहे कि एलयूपी लेकर नक्सलियों को किस प्रकार परास्त कर सकते हैं ।प्रशिक्षण के इस हिस्से के लिए, प्रशिक्षु न्यूनतम पानी और भोजन पर रहे । यह गतिविधि लांगुरी गांव के पास आयोजित की गई। डीआईजी सुरिंदर खत्री ने बताया कि इस युद्ध अभ्यास के पश्चात् प्रशिक्षु बहुत खुश हैं क्योंकि वे जीपीएस का प्रभावी ढंग से उपयोग करने, दुश्मन की गतिविधियों का पता लगाने के लिए ट्रिप फ्लेयर्स का उपयोग करने और सैन्य युद्ध के विभिन्न पहलुओं से संबंधित बहुत सारे प्रदर्शनों को देख सके। उपरोक्त प्रशिक्षण के संचालन में आईटीबीपी के निम्नलिखित कर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई- डीसी गौतम, एसी दीदार, एसी विजेंद्र, इंस्पेक्टर मोहन लाल, अलंकार राव, एसआई पवन , राम धीरज। 28 फरवरी को 8 सप्ताह के इस कोर्स की समाप्ति के बाद प्रशिक्षु अपनी-अपनी यूनिट के लिए रवाना हो जाएंगे ।