उपलब्धि पर करैरा में किया बेटी का सम्मान. साहित्यकारों ने कविताएँ सुनाकर दिया प्रोत्साहन

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करैरा। होम्योपैथी चिकित्सक डॉ. राजेन्द्र गुप्ता की नातिन कु. स्तुति गुप्ता पुत्री श्रीमती चंद्रा अशोक गुप्ता ने अंतर्राष्ट्रीय फोर्ब्स पत्रिका के 30 अंडर 30 में स्थान बनाकर निश्चित रूप से अपने परिवार के साथ साथ अपने क्षेत्र प्रदेश को गौरवान्वित किया है।


स्तुति गुप्ता के अपने ननिहाल करैरा आगमन पर एक सम्मान समारोह आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में अशोक गुप्ता उपस्थित थे कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. ओमप्रकाश दुबे ने कीकरैरा,करैरा के प्रसिद्ध होम्योपैथी चिकित्सक डॉ. राजेन्द्र गुप्ता की नातिन कु. स्तुति गुप्ता पुत्री श्रीमती चंद्रा अशोक गुप्ता ने अंतर्राष्ट्रीय फोर्ब्स पत्रिका के 30 अंडर 30 में स्थान बनाकर निश्चित रूप से अपने परिवार के साथ साथ अपने क्षेत्र प्रदेश को गौरवान्वित किया है।


स्तुति गुप्ता के अपने ननिहाल करैरा आगमन पर एक सम्मान समारोह आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में अशोक गुप्ता उपस्थित थे कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. ओमप्रकाश दुबे ने की तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में कु. स्तुति गुप्ता,श्री नरेन्द्र तिवारी, संजय विलैया सहित साहित्यकार सतीश श्रीवास्तव, प्रमोद गुप्ता भारती, डा. ओमप्रकाश दुबे, रमेश वाजपेयी, डा. राजेन्द्र गुप्ता, भास्कर परमार, सौरभ तिवारी सहित श्रोतागण उपस्थित थे.
फोर्ब्स पत्रिका ने फोर्ब्स 30 अंडर 30 एशिया लिस्ट 20 22 का 7 वां संस्करण जारी किया है, जिसमें 30 से कम उम्र के 30 व्यक्तियों को सम्मानित करने वाली प्रत्येक 10 श्रेणियां शामिल हैं। सूची का संपादन राणा वेहबे वाटसन (Rana Wehbe Watson) ने किया है।
सूची में शामिल होने वाले एशिया-प्रशांत क्षेत्र के 22 देशों और क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं। 61 के साथ प्रविष्टियों की संख्या के मामले में भारत शीर्ष पर रहा, इसके बाद सिंगापुर (34), जापान (33), ऑस्ट्रेलिया (32), इंडोनेशिया (30) और चीन (28) का स्थान है और इसमें अपना स्थान बनाकर निश्चित रूप से स्तुति गुप्ता ने एक बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल की है.
इस सम्मान समारोह में सभी साहित्यकारों ने स्तुति गुप्ता को बधाई और शुभकामनायें ज्ञापित करते हुए कविता पाठ किया..
इस अवसर पर स्तुति गुप्ता ने अपनी इस उपलब्धि के लिए माता पिता को श्रेय देते हुए कहा कि माता पिता यदि बेटा और बेटी में भेदभाव नहीं करते हैं तो किसी भी लक्ष्य को पाने में बेटियां कभी पीछे नहीं रहतीं हैं.
कार्यक्रम का संचालन साहित्यकार प्रमोद गुप्ता भारती ने किया तथा आभार डा. राजेन्द्र गुप्ता ने किया.

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